Saturday, June 9, 2007

जल संकट से त्रस्त लोगों ने रोका राजमार्ग

इंदिरापुरम, जागरण संवाद केंद्र : करीब दो हफ्तों से ठप पेयजल आपूर्ति से त्रस्त न्याय खंड-दो के लोगों का गुस्सा शुक्रवार को फूट पड़ा और उन्होंने स्थानीय आरडब्ल्यूए के नेतृत्व में राष्ट्रीय राजमार्ग-24 पर जाम लगा दिया। करीब दो घंटे तक लगे जाम से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। जाम में फंसे लोगों व प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को काबू में किया। लोगों का पारा उस समय और चढ़ गया जब एक घंटे तक उनकी सुध लेने कोई अधिकारी नहीं आया। करीब डेढ़ बजे एसडीएम व जीडीए के अधिशासी अभियंता मौके पर पहुंचे, जिन्हें लोगों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। जलापूर्ति व्यवस्था को यथाशीघ्र सुचारु किए जाने के आश्वासन के बाद ही लोगों ने जाम खोला। आरडब्ल्यूए फेडरेशन ऑफ इंदिरापुरम के समन्वयक कुलदीप सक्सेना के मुताबिक दो हफ्तों से न्याय खंड में पानी की आपूर्ति ठप पड़ी है। वजह पता करने पर नगर निगम ने बिजली आपूर्ति बाधित होना बताया, वहीं जीडीए की ओर से कहा गया कि पानी की आपूर्ति का काम उनका नहीं है। जबकि वास्तविकता यह थी कि सीडब्ल्यूआर (जहां से पानी की आपूर्ति होती है) पर लगे जेनरेटर कई माह से खराब पड़े हैं। इसी के चलते बिजली ठप होने पर सीडब्ल्यूआर में काम नहीं होता और पानी की आपूर्ति ठप रही। इस बारे में बार-बार जीडीए, नगर निगम को अवगत कराया गया पर इस ओर ध्यान नहीं दिए जाने के कारण स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क उठा। काफी संख्या में महिलाएं काला पत्थर के सामने एनएच 24 पर पहुंचीं और उन्होंने स्थानीय आरडब्ल्यूए के साथ मिलकर जाम लगा दिया। डेढ़ बजे तक किसी भी अधिकारी के नहीं पहुंचने से प्रदर्शनकारी और भड़क गए। इधर जाम की सूचना मिलने पर आरडब्ल्यूए फेडरेशन ऑफ इंदिरापुरम के पदाधिकारी भी वहां पहुंच गए और उन्होंने जीडीए के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। करीब डेढ़ बजे एसडीएम एसपी शर्मा व जीडीए के अधिशासी अभियंता एस शर्मा मौके पर पहुंचे, जिन्हें लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। अधिशासी अभियंता ने आधा दर्जन टैकर मंगाकर कालोनी में पानी की आपूर्ति कराई। इसके साथ ही सुचारु जलापूर्ति के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं को शीघ्र दुरुस्त करने का आश्वासन दिया। तब जाकर लोग शांत हुए।

No comments: